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दिवाली पर निबंध Eassy on diwali in hindi | Diwali festival essay | Diwali eassy in hindi

Eassy on diwali in hindi : दीपावली (Diwali festival essay) हिन्दुओं के महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है इसीलिए विद्यालयों में कक्षा 1 से 10 तक के विद्यार्थियों को इस पर अपने विचार साझा करने या निबंध (Paragraph on diwali) लिखने को कहा जाता है।

 


 इसलिए आपके सहयोग के लिए इस पोस्ट में दिवाली पर निबंध (Diwali eassy) दिया गया हैं। इस पोस्ट में दीपावली पर निबंध (Essay on diwali) सभी विद्यार्थियों के लिए अलग-अलग प्रकार से लिखा गया है :

  • दिवाली पर निबंध 10 लाइन (Essay on diwali)
  • दिवाली पर निबंध 20 लाइन (Diwali eassy)
  • दिवाली पर निबंध कक्षा 1 से 3 (Paragraph on diwali) 
  • दिवाली पर निबंध कक्षा 4 से 6 (Diwali festival essay)
  • दिवाली पर निबंध कक्षा 6 से 10 (Diwali eassy in hindi)
  • दीपावली पर निबंध 150 शब्दों में (Small speech on diwali)
  • दीपावली पर निबंध 200 शब्दों में (Essay on diwali festival) 
  • दीपावली पर निबंध 250 शब्दों में (Eassy on diwali in hindi)
  • दीपावली पर निबंध (Diwali festival paragraph)

दिवाली पर निबंध 10 लाइन (Diwali eassy in hindi)

  1. दीपावली हिन्दुओं के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है, जिसे पुरे देश में कार्तिक अमावस्या को धूम-धाम से मनाया जाता है। 
  2. यह त्यौहार पांच दिनों का होता हैं, जो धनतेरस से शुरू होती है और भाई दूज पर समाप्त । 
  3. यह त्यौहार भगवन राम जी के चौदह वर्षों का वनवास समाप्त कर अयोध्या लौटने से शुरू हुई थी। 
  4. इस दिन माता लक्ष्मी और गणेश भगवन की पूजा घर-घर में की जाती है। 
  5. इस दिन सभी वयस्क अपने मित्रों से मिलते है और एक-दूसरे को उपहार देते है। 
  6. बच्चे नए वस्त्र पहनकर पटाख़े और रंग-बिरंगी फुलझड़ियों  का आनंद लेते है। 
  7. दीपावली में घर दीपक और रंगबिरंगी लाइटों की रौशनी से जगमगाता उठता है। 
  8. दीपावली के इस त्यौहार में जुआ और वायु को प्रदूषित करने वाले रासायनिक पटाखों जैसी कुछ कुरीतियां भी है, जिसे दूर करने की जरुरत है। 
  9. यह त्यौहार हमें अपने जीवन से अंधकार को दूर करने का संदेश देती है। 
  10. प्रत्येक त्यौहार की तरह दीपावली भी हमें प्रेम और भाईचारे का पर्व है।  
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होली पर निबंध 

 दिवाली पर निबंध 20 लाइन (Diwali eassy)

Diwali speech in hindi
  1. दीपावली देश के लोकप्रिय त्योहारों में से एक है, जिसे देश-विदेश में रहने वाले हिन्दू बड़े उत्साह से मानते है। 
  2. ज्योति-पर्व कार्तिक माह की अमावस्या में मनाया जाता है। 
  3. दीपावली से पहले घर तथा आस-पास के सभी जगह कि सफाई की जाती है।
  4. इस दिन सभी अपने-अपने घरों को रंगोली, रंग-बिरंगी बल्ब और दीपक की रोशनी से सजाते है। 
  5. यह पर्व भगवान श्री राम के 14 वर्षो के वनवास समाप्त कर अयोध्या लौटने की ख़ुशी में मनाई जाती है। 
  6. यह पर्व पांच दिनों तक मनाया जाता है पहले दिन धनतेरस, दूसरे दिन छोटी दिवाली, तीसरे दिन मुख्य दिवाली,चौथे दिन गोवर्धन पूजा और पांचवे दिन भाईदूज होती है। 
  7. धनतेरस के दिन सभी बाजार से धातु तथा घर के लिए कुछ सामान जरूर खरीदते है, इससे बाजार में चहल-पहल रहती है। 
  8. दिवाली के दूसरे दिन को छोटी दिवाली अर्थात नरक चतुर्थी के रूप में मानते है। 
  9. तीसरे  दिन सभी धन की देवी माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा करते है। 
  10. चौथे दिन गोवर्द्धन पर्वत तथा गाय की पूजा की जाती है।   
  11. अंतिम दिन भाईदूज का पर्व मनाया जाता है।  
  12. लक्ष्मी पूजा को व्यापारी नए आर्थिक वर्ष के रूप में मानते है तथा नए 'बही-खाते' की पूजा करते है। 
  13. दिवाली में बच्चे स्वादिष्ट पकवान और पटाख़े-फुलझड़ियों का आनंद लेते है। 
  14. घर में कई अनुष्ठान और पाठ का आयोजन होती है। 
  15. सभी वयस्क अपने मित्रों और रिश्तेदारों से मिलते है तथा उपहार देते है।
  16. यह पर्व जीवन से अंधकार हटा कर उजाले की ओर बढ़ने का संदेश देती है। 
  17. आधुनिक समय में इस उत्साहपूर्ण त्योहार में कुछ विकार आ गए हैं जैसे जुआ खेलना और वायु को प्रदूषित करने वाले घातक रसायनिक पटाख़े। 
  18. अनेक लोग इन दिनों  जुआ खेल कर अपनी मेहनत की कमाए धन को गवां देते हैं। 
  19. वायु को प्रदूषित करने वाले रासायनिक पटाखों के कारण राजधानी दिल्ली, मुंबई, कोलकाता इत्यादि कई शहरों में कई दिनों तक इसका प्रभाव देखा जा सकता है।    
  20. हमें इन कुरीतियों से बचना चाहिए तथा इस त्योहार को प्राचीन परम्परा के अनुसार ही मानना चाहिए।     

दिवाली पर निबंध कक्षा 1 से 3 (Paragraph on diwali) 

दीपावली पर निबंध 150 शब्दों में (Small speech on diwali)

दीपों का त्योहार दीपावली हर वर्ष कार्तिक महीनें के अमावस्या को मनाया जाता है। इस दिन सभी दीप जला कर अपने-अपने घरों को सजाते है। वर्तमान समय में दीपों के साथ-साथ बाजार में बिजली बल्ब के सुन्दर-सुन्दर झालर भी मिल रहे है। 

दीपावली पर्व को लेकर प्राचीन मान्यता है कि इस दिन भगवान श्री राम चौदह वर्षों का वनवास पूरा कर अयोध्या लौटे थे, इस ख़ुशी में सभी अयोध्यावासी दीप जलाकर अमावस्या की अँधेरे को दूर किया और पुरे अयोध्या को दीपों की रोशनी से रोशन कर दिया था, जिसके बाद हर वर्ष इसे दीपावली के रूप में मनाया जाने लगा। 

दिवाली के पहले सभी अपने घर-आंगन की सफाई करते है। अलग-अलग तरीके से घरों को सजाते हैं। दीपक की रोशनी अमावस्या की काली रात को मात दे रही होती है। बच्चे पटाख़े और आतिशबाजी कर इस पर्व का आनंद लेते है।  

इस दिन कुछ लोग जुआ खेल कर अपनी मेहनत की कमाई गवां देते है, जो गलत है।  

दिवाली पर निबंध कक्षा 4 से 6 (Diwali festival essay)

दिवाली पर निबंध 200 शब्दों में (Essay on diwali festival)

दीपावली (Short speech on diwali) हिन्दू धर्म में मनाये जाने वाले सबसे बड़े त्योहारों में से एक है। इसे पुरे देश में बड़े धूम-धाम और भाईचारे के साथ मनाया जाता हैं। विदेशों में भी इसकी धूम हमें दिखाई मिलती हैं। 

प्राचीन मान्यता है कि त्रेता युग में इसी दिन भगवान श्री राम चौदह वर्षों का वनवास पूरा कर अयोध्या वापस लौटे थे, जिसकी ख़ुशी में अयोध्या के लोगों ने पुरे अयोध्या कि साफई की और अमावस्या की अंधकार को दीपों की रोशनी से दूर किया था। इस शुभ दिन को याद रखने के लिए प्रत्येक वर्ष इस दिन को दीपावली के रूप में मनाया जाने लगा। 

दिवाली से पूर्व साफ-सफाई की जाती है तथा सभी अपने घरों को सुसज्जित करते है। दिवाली की रात माता लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा की जाती है। घर-आँगन को दीपों की रोशनी से उजाला किया जाता हैं। वयस्क लोग मित्र-रिश्तेदारों से मिलते है। एक-दूसरे को मिठाई व उपहार देते है। बच्चे पटाख़े और आतिशबाजी करते है। 

आधुनिक समय में लोग पारम्परिक दीपों के बजाय बिजली के बल्ब का उपयोग करने लगे है। दीपावली के दिन जुआ खेलना काफी आम हो गया है। व्यापारी लाभ कमाने के लिए वायु को प्रदूषित करने वाले पटाख़े बनाने लगे है।हमें दिवाली का पर्व प्राचीन तौर-तरीकों से मनाना चाहिए। हमें प्राचीन परम्पराओं को लुप्त होने से बचाना चाहिए।    

दिवाली पर निबंध कक्षा 7 से 10 (Diwali festival essay)

दीपावली पर निबंध 250 शब्दों में (Deepavali par nibandh)

दीपावली देश में मनाई जाने वाली सबसे बड़े त्योहारों में से एक है। दीप और रोशनी का यह पर्व हर वर्ष कार्तिक महीने के अमावस्या की रात को मनाया जाता हैं। देश-विदेश में रहने वाले हिन्दू इसे बड़े धूम-धाम से मानते हैं। हमारे पड़ोसी देश नेपाल में यह पर्व देखते ही बनती हैं। 

यह पर्व त्रेता युग से आरम्भ हुई है। प्राचीन मान्यता के अनुसार इस दिन भगवान श्री राम इसी दिन अपना चौदह वर्षो का वनवास समाप्त कर माता सीता, भाई लक्ष्मण और हनुमान संग अयोध्या लौटे थे। इस ख़ुशी में अयोध्यावासी अमावस की काली रात को हरा कर दीपों की रोशनी से पुरे अयोध्या को जगमगा दिया था। तब से अब तक इसे प्रत्येक वर्ष बड़े उत्साह से दिवाली के रूप में मनाया जाने लगा। 

दिवाली से पहले घर तथा घर के आस-पास सभी जगहों की सफाई की जाती है। सभी अलग-अलग तरीकों से अपने घर को सजाते हैं। दिवाली के दिन पुरे घर को दीपों की रोशनी से अंधकार को दूर करते है। वर्तमान में बाजार में घर को सजाने के लिए बहुत सुन्दर-सुन्दर बिजली के बल्ब और झालर मिलने लगे है, जो घर की सुंदरता में चार चाँद लगा देते हैं। दिवाली के रात घरों में माता लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा की जाती है। सभी मित्र-रिश्तेदार आपस में मिलते है तथा एक-दूसरे को उपहार देते हैं। बच्चे पटाख़े और आतिशबाजी कर इस पर्व का आनंद लेते है। 

आधुनिक समय में इस उत्साहपूर्ण त्योहार में जुआ, दुषित रासायनिक पटाख़े जैसी कुछ विकारों ने जन्म ले लिया है।लोग अपनी परम्परिक मिट्टी के दीपों के बजाय बिजली के बल्बों का उपयोग में लेने लगे है, इससे कुम्हारों को काफी नुकसान होता है। इसलिए हमें मिट्टी से बने दीपों का उपयोग करना चाहिए।   

F&Q

हम दिवाली पर क्या क्या करते हैं? (Dipawali ka nibandh)

-दिवाली से पूर्व साफ-सफाई की जाती है तथा सभी अपने घरों को सुसज्जित करते है। दिवाली की रात माता लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा की जाती है। घर-आँगन को दीपों की रोशनी से उजाला किया जाता हैं। वयस्क लोग मित्र-रिश्तेदारों से मिलते है। एक-दूसरे को मिठाई व उपहार देते है। बच्चे पटाख़े और आतिशबाजी करते है।  

दीपावली कैसे मनाएं विषय पर अपने विचार लिखें 100 से 150 शब्दों में?(Diwali per nibandh)

-दीपों का त्योहार दीपावली हर वर्ष कार्तिक महीनें के अमावस्या को मनाया जाता है। इस दिन सभी दीप जला कर अपने-अपने घरों को सजाते है। वर्तमान समय में दीपों के साथ-साथ बाजार में बिजली बल्ब के सुन्दर-सुन्दर झालर भी मिल रहे है। 

दीपावली पर्व को लेकर प्राचीन मान्यता है कि इस दिन भगवान श्री राम चौदह वर्षों का वनवास पूरा कर अयोध्या लौटे थे, इस ख़ुशी में सभी अयोध्यावासी दीप जलाकर अमावस्या की अँधेरे को दूर किया और पुरे अयोध्या को दीपों की रोशनी से रोशन कर दिया था, जिसके बाद हर वर्ष इसे दीपावली के रूप में मनाया जाने लगा। 

दिवाली के पहले सभी अपने घर-आंगन की सफाई करते है। अलग-अलग तरीके से घरों को सजाते हैं। दीपक की रोशनी अमावस्या की काली रात को मात दे रही होती है। बच्चे पटाख़े और आतिशबाजी कर इस पर्व का आनंद लेते है।  

भारत त्योहारों का देश है अपने प्रिय त्योहार का वर्णन करते हुए यह स्पष्ट करिये कि वह आपको क्यों पसंद है? ( Diwali speech in hindi)

भारत त्योहारों का देश है, इसमें मेरा प्रिय त्योहार दीपावली है। दीपावली हिन्दू धर्म में मनाये जाने वाले सबसे बड़े त्योहारों में से एक है। इसे पुरे देश में बड़े धूम-धाम और भाईचारे के साथ मनाया जाता हैं। विदेशों में भी इसकी धूम हमें दिखाई मिलती हैं। 

प्राचीन मान्यता है कि त्रेता युग में इसी दिन भगवान श्री राम चौदह वर्षों का वनवास पूरा कर अयोध्या वापस लौटे थे, जिसकी ख़ुशी में अयोध्या के लोगों ने पुरे अयोध्या कि साफई की और अमावस्या की अंधकार को दीपों की रोशनी से दूर किया था। इस शुभ दिन को याद रखने के लिए प्रत्येक वर्ष इस दिन को दीपावली के रूप में मनाया जाने लगा। 

दिवाली से पूर्व साफ-सफाई की जाती है तथा सभी अपने घरों को सुसज्जित करते है। दिवाली की रात माता लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा की जाती है। घर-आँगन को दीपों की रोशनी से उजाला किया जाता हैं। वयस्क लोग मित्र-रिश्तेदारों से मिलते है। एक-दूसरे को मिठाई व उपहार देते है। बच्चे पटाख़े और आतिशबाजी करते है।  

आधुनिक समय में लोग पारम्परिक दीपों के बजाय बिजली के बल्ब का उपयोग करने लगे है। दीपावली के दिन जुआ खेलना काफी आम हो गया है। व्यापारी लाभ कमाने के लिए वायु को प्रदूषित करने वाले पटाख़े बनाने लगे है।हमें दिवाली का पर्व प्राचीन तौर-तरीकों से मनाना चाहिए। हमें प्राचीन परम्पराओं को लुप्त होने से बचाना चाहिए। 

दीपावली का निबंध क्या है? (Diwali festival essay)

किसी विषय के बारे में सुसज्जित तरीके से लिखकर अपनी राय बताने को निबंध कहते है। दीपावली का निबंध भी इसी का एक भाग है। 


दीपावली क्यों मनाई जाती है इस पर निबंध? (Essay on diwali festiva)

प्राचीन मान्यता है कि त्रेता युग में इसी दिन भगवान श्री राम चौदह वर्षों का वनवास पूरा कर अयोध्या वापस लौटे थे, जिसकी ख़ुशी में अयोध्या के लोगों ने पुरे अयोध्या कि साफई की और अमावस्या की अंधकार को दीपों की रोशनी से दूर किया था। इस शुभ दिन को याद रखने के लिए प्रत्येक वर्ष इस दिन को दीपावली के रूप में मनाया जाने लगा। 

दिवाली में हम क्या करते हैं?(Diwali ka nibandh hindi mein)

दिवाली से पहले घर तथा घर के आस-पास सभी जगहों की सफाई की जाती है। सभी अलग-अलग तरीकों से अपने घर को सजाते हैं। दिवाली के दिन पुरे घर को दीपों की रोशनी से अंधकार को दूर करते है। वर्तमान में बाजार में घर को सजाने के लिए बहुत सुन्दर-सुन्दर बिजली के बल्ब और झालर मिलने लगे है, जो घर की सुंदरता में चार चाँद लगा देते हैं। दिवाली के रात घरों में माता लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा की जाती है। सभी मित्र-रिश्तेदार आपस में मिलते है तथा एक-दूसरे को उपहार देते हैं। बच्चे पटाख़े और आतिशबाजी कर इस पर्व का आनंद लेते है।

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